न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
लॉकडाउन के दौरान सूरत, हरियाणा, हैदराबाद, पंजाब, दिल्ली से बिहार के विभिन्न जिलों में वापस लौटे कामगारों को फैक्ट्री मालिक फिर से वापस बुला रहे हैं। इसके लिए फैक्ट्री मालिक बस, ट्रेन को रिजर्व करने के साथ ही फ्लाइट का टिकट भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
काम पर लौटने वाले मजदूरों को कंपनी दो महीने की एडवांस सैलरी और एक महीने का भोजन देने का आश्वासन दे रही है। मालिक की ओर से दो महीने के बाद काम पर वापस लौटे परिवार को भी फैक्ट्री के खर्च पर लाने का आश्वासन दिया जा रहा है। सूरत में कपड़े पर प्रिंट करने वाले एक कंपनी मालिक कपूर चंद गुप्ता ने बस रिजर्व कर पटना से 20 मजदूरों को वापस बुलाया है।
फैक्ट्री मालिक कपूर चंद गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले कामगार वापस चले गए थे। इसकी वजह से उनकी फैक्ट्री बेंद हो गई। सरकार की ओर से छूट मिलने के बाद फैक्ट्री फिर से शुरु की गई। लेकिन मजदूरों की कमी से काम नहीं हो सका। जिसको देखते ही बस रिजर्व करके मजदूरों को बुलाया जा रहा है। फैक्ट्री मालिक अजय खन्ना ने कहा कि मजदूरों के वापस जाने से प्लाईवुड कंपनी में काम पूरी तरह से बंद हो गया। टैक्सी करके मजदूरों को वापस बुलाया जा रहा है।
फिर भी जाना नहीं चाहते श्रमिक
हाजीपुर के रहने वाले धनेश कुमार आईटीआई हैं और अंबाला में एक फैक्ट्री में टेक्निकल पद पर कार्यरत हैं। कंपनी मालिक उन्हें वापस बुलाने के लिए फ्लाइट का टिकट और दो महीने की सेलरी देने को तैयार है। लेकिन, वह अंबाला नहीं जाना चाहते हैं और पटना में ही काम की तलाश कर रहे हैं।
नौबतपुर के रहने वाले हरीश कुमार अपने परिवार के साथ गुरुग्राम में प्लाईवुड की फैक्ट्री में काम करते हैं। अप्रैल में इनके साथ सभी मजदूर बिहार वापस लौट आए थे। जिससे फैक्ट्री बंद हो गई। अब फैक्ट्री मालिक ट्रेन में बोगी रिजर्व करके सभी मजदूरों को बुलाना चाह रहा है। लेकिन, अधिकांश मजदूर वापस जाने को तैयार नहीं है।
बिहटा के रहने वाले अरविंद कुमार सूरत में कपड़े पर प्रिंट करने वाले फ्रैक्टरी में काम करते हैं। कंपनी मालिक उन्हें एक महीने से वापस बुला रहा है। इससे पहले 20 लोगों को बस रिजर्व करके वापस बुला चुका है। फिलहाल अरविंद खुद का व्यवसाय करने की योजना बना रहा है।