न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पीपराकोठी -मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिले के पीपराकोठी प्रखंड स्थित वन विभाग के नर्सरी में बुधवार को को जल जीवन एवं हरियाली को लेकर प्रखंडवार मनरेगाकर्मियों को शिविर के माध्यम से प्रशिक्षण देने की शुरुआत हुई। ग्रामीण विकास विभाग की ओर से आयोजित इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में अलग अलग पालियों में जिले के 27 प्रखंडों मनरेगाकर्मी भाग लेगें। पहले दिन के प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अवधेष ठाकुर ने किया।
पहले दिन पांच पालियों में मोतिहारी, कोटवा, तुरकौलिया, सुगौली, बंजरिया, चकिया, मेहसी, केसरिया, कल्याणपुर व पीपराकोठी सहित कुल दस प्रखंडो के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में कर्मियों खेतों कम से पानी का खपत करने और अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाने व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने पर चर्चा की गयी। वन प्रक्षेत्र श्री ठाकुर ने कहा कि जिस तरह पानी का स्तर नीचे गिरता जा रहा है, ऐसे में जल संरक्षण बेहद जरूरी है। फसल सिंचाई में किसान कम से कम पानी का खपत करें, इसके लिए किसानों को प्रेरित करें।
किसान सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन, प्रिरंकलर, रेन गन के प्रयोग को बढ़ावा दें। जल संचय के लिए चेक डेम बनाने, खेतों के मेड़ को ऊंची करने व अनावश्यक रूप से बहने वाले पानी को खेतों के निचले इलाके में स्टोर करने आदि के बारे में जागरूक करें। वही मनरेगा पीओ रत्नेश कुमार ने कहा कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने के लिए किसानों को प्रेरित करें। आम, केला आदि फलदार पौधे आदि लगाकर हरियाली बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ पर्यावरण संतुलित रहेगा बल्कि पानी की कमी नहीं होगी। मौके हरिशंकर प्रसाद, प्रमोद कुमार अरविंद कुमार व सुनील कुमार शर्मा सभी सहित प्रखंडों के पंचायत रोजगार सेवक, पंचायत तकनीकी सहायक व वन विभाग के कर्मी मौजूद थे।