न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : रक्सौल-मोतिहारी/ बिहार :
लाॅकडाउन के बाद से भारत और नेपाल के बीच माल ढुलाई कार्य करने वाले बैलगाड़ी के आवाजाही पर लगी रोक अब खत्म कर दी गई है। जिसके साथ ही बैलगाड़ी से माल ढुलाई का कार्य फिर से शुरू हो जाने से बैलगाड़ी चालकों के चेहरे खुल उठे हैं। वहीं अब उन्हे आर्थिक संकट से उबरने का माध्यम मिल गया है। जिससे बैलगाड़ी संचालक व चालकों में हर्ष का माहौल है। बता दे कि रक्सौल ट्रांसपोर्ट से बैलगाड़ी चालक माल लेकर बीरगंज भंसार तक पहुंचाने का कार्य करते हैं।
लॉकडाउन के बाद इसके माध्यम से नेपाल भंसार में माल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिस कारण बैलगाड़ी चालकों ने अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलन कर इसकी जानकारी भारतीय कस्टम व नेपाल भंसार को दिया था। बैलगाड़ी चालक संघ के अध्यक्ष चंद्रकिशोर यादव ने बताया कि लॉकडाउन के बाद माल ढुलाई से रोक लगने पर करीब 300 बैलगाड़ी व ठेला चालकों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी थी। जिसके बाद ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व टायर चालक संघ से वार्ता के बाद नेपाली भंसार से वार्ता हुई।
जिसके बाद सहमति मिला कि जो बीरगंज के लोकल का अगर माल है, तो वह कागजी प्रक्रिया पूरी करने पर रक्सौल कस्टम से होकर नेपाल जाएगी।जिसके बाद बैलगाड़ी से माल ले जाना शुरू हो गया। बुधवार को बैलगाड़ी से माल ले जाते चालक ठग महतो, रामाश्रय यादव, सत्यनारायण यादव, कृष्णा पटेल, राजबली यादव, मेवालाल यादव, राजू साह सहित अन्य ने कहा कि अब माल बैलगाड़ी से बीरगंज भंसार तक जाना शुरू हो गया है। इसके लिए चालक संघ ने भारतीय कस्टम, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व नेपाल भंसार के प्रति आभार व्यक्त किया है।