न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★पटना और चंपारण पुलिस के साथ EOU की ओर से गठित एसआईटी की 6 टीमें कल से लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। शनिवार को मनीष कश्यप के मझौलिया थाने में घर पर कुर्की की गई। इसके बाद उसने सरेंडर किया है। तमिलनाडु मामले में मनीष पर पटना में 3 FIR दर्ज हैं। इनमें 2 केस आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने तमिलनाडु विवाद पर फेक वीडियो बनाने को लेकर दर्ज किया है। वहीं तीसरा केस अपनी झूठी गिरफ्तारी की बात वायरल करने को लेकर दर्ज किया गया है। इसके अलावा पश्चिम चंपारण में भी उन पर कुल 7 मामले दर्ज हैं। मनीष को बेतिया से पटना लाया गया है। यहां आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम पूछताछ करेगी।★
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सरेंडर कर दिया है। मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया है। मनीष कश्यप को बेतिया एसपी और कई थानों की टीम अपनी सुरक्षा में लेकर निकल चुकी है।
इधर, मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही थाने के बाहर बड़ी संख्या में उसके समर्थकों की भीड़ जुट गई है। बड़ी संख्या में युवा थाने की गेट पर जुटे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।
इसके पहले शनिवार सुबह जगदीशपुर ओपी की पुलिस मनीष के घर की कुर्की करने पहुंची। मजिस्ट्रेट की तैनाती में मझौलिया के डुमरी महनवा गांव में पुलिस ने कुर्की की। बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से EOU और बिहार पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही थी। शुक्रवार को मनीष कश्यप के खिलाफ कुर्की निकाली गई थी और आज कुर्की की कार्रवाई भी की गई। इससे दबाव में आकर मनीष ने सरेंडर कर दिया है। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मनीष कश्यप के सरेंडर पर EOU ने बताया कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के फर्जी वीडियो बनाने के केस में वांटेड मनीष कश्यप ने सरेंडर किया है।
पटना और चंपारण पुलिस के साथ EOU की ओर से गठित एसआईटी की 6 टीमें कल से लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। शनिवार को मनीष कश्यप के मझौलिया थाने में घर पर कुर्की की गई। इसके बाद उसने सरेंडर किया है।
तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप पर पटना में 3 FIR दर्ज हैं। इनमें 2 केस आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने तमिलनाडु विवाद पर फेक वीडियो बनाने को लेकर दर्ज किया है। वहीं तीसरा केस अपनी झूठी गिरफ्तारी की बात वायरल करने को लेकर दर्ज किया गया है। इसके अलावा पश्चिम चंपारण में भी उन पर कुल 7 मामले दर्ज हैं। इनमें से एक केस पर कुर्की जब्ती के लिए पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी थी। इसी को लेकर शनिवार सुबह से कार्रवाई की जा रही थी।
टीम ने वायरल वीडियो को गलत पाया
ADG मुख्यालय के अनुसार तमिलनाडु मामले में जांच कर रही टीम ने वायरल वीडियो को गलत पाया है। जिसे मनीष कश्यप ने BNR News हनी नाम के एक यूट्यूब चैनल के वीडियो को शेयर किया था। इस वीडियो में पट्टी बांधे गए दो युवकों अनिल कुमार और आदित्य कुमार को मजदूर दिखाया गया। इस वीडियो को मनीष कश्यप के साथी और गोपालगंज के रहने वाले राकेश कुमार रंजन ने शूट किया और 6 मार्च को उसे अपलोड कर दिया। शुरुआत से ही ये वीडियो संदिग्ध थी।
दो साथियों के साथ मिलकर वीडियो बनाया
वीडियो की पड़ताल और राकेश से हुई पूछताछ पर पूरा मामला सामने आया था। ADG ने दावा किया कि राकेश ने पटना के जक्कनपुर थाना के तहत बंगाली कॉलोनी में एक घर किराए पर ले रखा है। इसी जगह पर इसने वीडियो को अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर शूट किया था।
इस बात को पूछताछ में राकेश ने कबूल भी किया है। इसने खुलासा किया कि पुलिस की जांच को गलत दिशा में ले जाने के उद्देश्य से ही वीडियो को बनाया गया था। EOU ने जो दूसरा केस दर्ज किया है, इसमें मनीष कश्यप, राकेश रंजन और वीडियो में मजदूर बनने वाले अनिल कुमार व आदित्य कुमार को नामजद किया गया है। राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यूट्यूबर मनीष कश्यप को पटना लाया गया, EOU पूछेगी-समाज में अशांति फैलाने के पीछे मंशा क्या थी
यूट्यूबर मनीष कश्यप को बेतिया से पटना लाया गया है। यहां आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम पूछताछ करेगी। इसको लेकर EOU की टीम ने सवालों की लिस्ट तैयार किया है।
EOU की टीम मनीष कश्यप से तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई का फर्जी वीडियो वायरल करने और समाज में अशांति फैलाने के पीछे की मंशा का उद्देश्य क्या था?
इसके अलावा भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब जांच एजेंसी को जानना है। बेतिया से पटना लाने के बाद मनीष से शुरुआती पूछताछ की जाएगी। इसके बाद से कोर्ट में पेश किया जाएगा। पेशी के दौरान कोर्ट से उसे रिमांड पर देने की अपील की जाएगी। इसको लेकर EOU ने तैयारी की है। रिमांड पर लेकर EOU की टीम लंबी पूछताछ करेगी।
दोनों तरफ से पड़ा दबाव
तमिलनाडु मामले में EOU ने मनीष कश्यप के खिलाफ कुल तीन FIR दर्ज की थी। इसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम बनाई गई। तलाश में कई जगहों पर छापेमारी भी हुई। पुलिस ने जबरदस्त तरीके से दबाव बनाया। EOU की कार्रवाई के साथ साथ मनीष कश्यप के खिलाफ पुराने मामले में जिला पुलिस की कार्रवाई भी शुरू हो गई।
यही वजह है कि शनिवार की सुबह में बेतिया पुलिस ने मझौलिया थाना में दर्ज FIR नंबर 193/2021 के तहत कुर्की की कार्रवाई की। इस कार्रवाई का ऐसा असर हुआ कि कई दिनों से फरार मनीष कश्यप ने शनिवार को ही बेतिया में सरेंडर कर दिया।
जारी है जांच, बरामद एविडेंस के होंगे रिव्यू
इस मामले पर EOU के ADG नैयर हसनैन खान से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने कहा कि मनीष कश्यप को EOU अपने यहां दर्ज पहले केस में चालान करेगी। इसके बाद कोर्ट से रिमांड पर लेगी। समाज में अशांति फैलाने के पीछे का मकसद जानेगी। ADG ने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। हर एक साक्ष्य का रिव्यू किया जाएगा।
कई ऐसी बातें हैं, जिसकी जांच चल रही है। दूसरी तरफ EOU से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इस प्रकरण में बहुत सख्त कार्रवाई होने वाली है, क्योंकि फर्जी तरीके से वायरल किए गए वीडियो को देख कर तमिलनाडु में रहने वाले बिहार के लोग मानसिक तनाव में आ गए थे। तमिलनाडु को छोड़कर बिहार वापस आने लगे थे। इस कारण कार्रवाई ऐसी होगी कि दोबारा इस तरह की हरकत कोई आगे नहीं करेगा।
26 लोगों को भेजा गया नोटिस
जब तमिलनाडु का मामला सामने आया था, उस वक्त फेसबुक, ट्वीटर और सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर बिहार के लोगों की हत्या और पिटाई की बात बताकर फर्जी वीडियो को पोस्ट किया गया था। EOU ने अपनी जांच में कई लोगों की पहचान की। इसके बाद अब 26 लोगों को नोटिस भेजा है। इसमें BJP बिहार का भी अकाउंट शामिल है। इस अकाउंट से कुल तीन पोस्ट किए गए थे। अब सभी से नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। उनसे पूछा गया है कि बगैर वेरिफाई किए फर्जी वीडियो और जानकारी क्यों शेयर की थी?
वारंट निर्गत के साथ- साथ सभी बैंक खाता में उपलब्ध राशि को किया गया फ्रीज
आर्थिक अपराध इकाई थाना काण्ड सं0-03/2023 दिनांक- 05.03.2023 धारा-153/153 (ए)/153 (बी)/505 (1) (बी)/505(1) (सी)/468/471/120 (बी) भा0द0वि0 एवं 67 आइ0टी0 एक्ट के प्राथमिकी अभियुक्त मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी एवं युवराज सिंह राजपूत के विरुद्ध माननीय न्यायालय से गिरफ्तारी हेतु वारण्ट प्राप्त किया गया है।
मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के बैंक खातों में उपलब्ध राशि को फ्रीज कराया गया है। इनके SBI के एक खाते में 3,37,496 रुपये, IDFC BANK के एक खाते में 51,069 रुपये, HDFC BANK के एक खाते में 3,37,463 रुपये तथा SACHTAK Foundation के HDFC BANK के एक खाते में 34,85,909 रुपये उपलब्ध हैं । कुल उपलब्ध राशि 42,11,937 रुपये हैं।
मनीष कश्यप के नाम से संचालित@मनिश्कश्यप हैण्डल पर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की एक छवि (PHOTO) पोस्ट करके असत्य, अफवाह जनक एवं भ्रामक सन्देश फैलाकर लोगों को दिग्भ्रमित करने के आरोप में आर्थिक अपराध थाना काण्ड सं0-05/23 अंकित किया गया है। इस काण्ड के अप्राथमिकी अभियुक्त प्रशांत कुमार पे0 योगेन्द्र द्विवेदी, सा0 बड़का ढकाइच, थाना कृष्णाब्रह्म, जिला बक्सर वर्तमान द्वारा शशिकांत शर्मा, सा0 गणेशपथ, रोड नं0-01, शिवपुरी, थाना शास्त्रीनगर, जिला पटना को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में अग्रसारित किया गया है।