न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईसीआरकेयू मोतीहारी शाखा ने शाखा मंत्री दिलीप कुमार के नेतृत्व में काला दिवस मनाया. इसके पहले विभिन्न जगहों पर जाकर एक सप्ताह तक कर्मचारियों को सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों से लोगों को अवगत कराया गया.
सरकार द्वारा महंगाई भत्ता बंद किए जाने, श्रम कानून में बदलाव करने, कोरोना फ्रंट लाइन वारियर होने के बावजूद रेल कर्मचारियों को तदनुसार बीमित नहीं किए जाने, कर्मचारियों के छंटनी का गुप्त एजेण्डा पर काम करने, कर्मचारियों के संख्या घटाने की मंशा से कैडर मर्जर के लिए कमिटी बनाने इत्यादि मुद्दों के विरोध में काला दिवस पर प्रदर्शन किया गया. कर्मचारियों ने यूनियन के कार्यक्रम में बढ चढ कर हिस्सा लिया तथा सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया कि हमारी एकजुटता यूनियन के साथ है और अपनी मांगों के समर्थन में हम किसी भी हद तक जा सकते हैं.
सरकार की मंशा है रेलवे को निजी हाथों में सौंपने की लेकिन यूनियन इसका हमेशा से विरोध करती आयी है और करती रहेगी. लाक्डाउन के समय जब सारी दुनिया घरों में थी रेल कर्मचारी ही थे जो रात दिन फ्रंट पर काम कर रहे थे जिससे कि फूड सप्लाई जारी रहा और देश के सामने अन्न की समस्या नहीं आयी और पुरस्कार देने के बदले यह कृतघ्न सरकार हमें नौकरी से हटाने के एजेंडे पर काम कर रही है. दिलीप कुमार ने कर्मचारियों का आह्वान किया कि आप अंतिम लड़ाई के लिए तैयार रहें जरूरत पडने पर रेल का चक्का जाम का भी निर्णय लिया जा सकता है.