न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : पटना/ बिहार :
नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण वहां से बिहार आने वाली नदियां उफान पर हैं। ऐसी स्थिति में नेपाल से गंडक नदी के रास्ते और पानी आने पर हालात बिगड़ सकते हैं। इसे देखते हुए जल संसाधन विभाग ने राज्य के छह जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक पूरे बिहार में बारिश की आशंका को देखते हुए बाढ़ की आशंका और गहराती दिख रही है।
भारी बारिश से बढ़ा गंडक का डिस्चार्ज
विदित हो कि नेपाल में गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से नदी के डिस्चार्ज में भारी बढ़ोतरी की आशंका है। इस वजह से पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं सारण जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
तटबंधो की निगरानी के विशेष प्रबंध
अलर्ट के बाद संबंधित जिलों में तटबंधो की निगरानी के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैंं। इसके तहत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी माइकिंग कर नदी के जलस्राव वाले निचले इलाकों से लोगों को ऊपर के इलाकों में आने का निर्देश दे रहे हैं। तटबंधों की सुरक्षा के लिए जिले के सभी संबंधित अधिकारी दिन-रात निगरानी में लग गए हैं।
छह जिलों में अलर्ट, हटाए जा रहे लोग
जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस के अनुसार बागमती और गंडक के जल-ग्रहण वाले क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है। नेपाल के 22 स्टेशनों के विश्लेषण में पता चला है कि छह स्टेशनों में 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई है। इस कारण जल-स्तर बढ़ गया है। गंडक नदी का जल-स्तर और बढ़ने की आशंका है। संजीव हंस ने बताया कि इसे लेकर छह जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं सारण में अलर्ट जारी किया गया है। बगहा में लोगों को हटाने का काम आरंभ कर दिया गया है। गोपालगंज में भी लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा गया है।
और नदियों में भी उफान से खतरा
बिहार में गंडक के आलावा अन्य नदियां भी उफान पर हैं। बागमती भी खतरे के निशान से करीब 83 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जल-स्तर में अभी और वृद्धि होगी। बूढ़ी गंडक व कमला बलान में भी पानी बढ़ा है। कमला बलान में जयनगर में लगभग 50 सेंटीमीटर और झंझारपुर रेल पुल के पास 85 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग पहले से सतर्क
बाढ़ के हालात को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग भी पहले से सतर्क है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र के अनुसार नदियों का जलस्तर बढ़ने से सीतामढ़ी जिले में पांच, शिवहर में तीन, सुपौल में पांच, किशनगंज में चार, दरभंगा में पांच, मुजफ्फरपुर में तीन, गोपालगंज में चार, पूर्वी चंपारण में तीन प्रखंड प्रभावित हुए हैं। अपर सचिव के अनुसार बाढ़ से बिहार के आठ जिलों के 32 प्रखंडों की 156 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। वहां जरूरत के अनुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।
सीएम नीतीश ने दिए राहत व बचाव के निर्देश
नेपाल व गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से उत्पन्न बाढ़ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारियों को पूरी तरह से अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि गंडक नदी के डिस्चार्ज वाले क्षेत्रों के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को वहां से निकालकर ऊंचे एवं सुरिक्षत स्थानों पर पहुंचाया जाए। प्रशासन राहत व बचाव कार्य के लिए पूरी तरह तैयार रहे। उन्होंने कि जिस आबादी को निकाला जाए उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। उनके लिए एसओपी के अनुसार सारी व्यवस्थाएं की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राहत केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से होना चाहिए।