न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : पटना/ बिहार :
पटना रेलवे स्टेशन एरिया के लगभग 16 एकड़ इलाके का कायाकल्प जल्द किया जाएगा। पटना स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड (पीएससीएल) की ओर से हाल में ही इस इलाके में बनने वाले भवनों का मॉडल जारी किया है। प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद रेलवे स्टेशन का इलाका बिल्कुल भव्य रूप में नजर आएगा। प्रोजेक्ट पर पीएससीएल लगभग 211 करोड़ रुपये खर्च होने के अनुमान हैं। इस परियोजना के तहत इलाके में भवन के अलावा आधारभूत संरचना जिसमें रोड नेटवर्क, टैफिक मूवमेंट, ड्रेनेज, सीवरेज, वाटर सप्लाई, इलेक्ट्रिसिटी, स्ट्रीट लाइटिंग, लैंडस्कैप आदि विकसित किये जाएंगे। वहीं, ओपन एयर रेस्टोरेंट, फूड प्लाजा और पब्लिक प्लाजा भी होंगे। पटना जंक्शन इलाके में दो बड़े भवनों के अलावा हॉकर्स कॉम्प्लेक्स और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट इंटरचेंज स्टॉप पूरे इलाके को अत्याधुनिक लुक देंगे।
हॉकर कॉम्प्लेक्स में इस इलाके के हॉकरों को ‘पुनर्वास’ किया जा सकेगा। यह वेंडरों के लिए वन-स्टॉप शॉप की तर्ज पर काम करेगा। यहां लोकल क्रॉफ्टसमैन और वेंडरों को जगह मुहैया कराया जाएगा। यहां वेंडरों के कौशल अपग्रेडेशन का काम होगा। हस्तकला में लगे कारीगरों को इससे फायदा होगा और बाजार मुहैया होने से उनकी आमदनी भी बढ़ सकेगी। इस कॉम्प्लेक्स में सिर्फ ग्राउंड फ्लोर रहेगा। इसमें 365 दुकानों की व्यवस्था रहेगी। इसमें प्रवेश के लिए सात गेट होंगे। यहां बिजली खपत में से 50% हिस्सा व ऊर्जा से इकट्ठा होगा।
पटना स्टेशन इलाके में ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ स्मार्ट सिटी कॉम्प्लेक्स भवन बनेगा। इसमें मध्यम व बड़े आकार की 700 दुकानें होंगी। यहां ओपन एयर रेस्टोरेंट, फूड प्लाजा और पब्लिक प्लाजा भी होंगे। 13 हजार 964 वर्गमीटर में जी प्लस 4 आकार का भवन बनाया जाएगा। इसके बेसमेंट में पार्किंग होगी। इस भवन में न्यू मार्केट व स्टेशन इलाके में मौजूद दुकानों को तोड़ने पर विस्थापित दुकानदारों को समायोजित किया जाएगा। यहां प्रदर्शनी के लिए भी जगह होगी। इस इलाके को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना है।
म्यूनिसिपल मार्केट भवन भी स्टेट ऑफ आर्ट के रूप में बनेगा। यहां तीन सौ दुकानें होंगी। इसमें सब्जी, फल, दूध और मांस विक्रेताओं को जगह मिलेगी। यह शहर के लोगों व फ्लोटिंग पॉपुलेशन के लिए बड़ा बाजार साबित होगा। बाजार में प्रवेश को पांच गेट होंगे। इनमें से चार गेट आम आदमी, जबकि एक दुकानों के सामान लोड-अनलोड़ के लिए होगा। यह जी प्लस वन तल का बनाया जाएगा। भवन का कुल बिल्ट अप एरिया 5164 वर्गमीटर होगा। भवन का ऊपरी भाग ट्रांसल्यूकेंट शीशा से ढंका रहेगा, ताकि वातावरण से बचाव हो सके।