न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मोतिहारी-शिवहर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क देवापुर बेलवा घाट पर वर्ष 2014 से निर्माणाधीन डैम के लिए बागमती नदी और लालबकेया नदी के मुहाने पर बनाए गए बांध पानी के दबाव के कारण ध्वस्त हो गया। इससे इलाके में बाढ़ का खतरा और अधिक बढ़ गया है।
यहां बता दें कि 1993 में आई प्रलयंकारी बाढ़ ने देवापुर से लेकर बेलवा गांव के नजदीक तकरीबन तीन किलोमीटर तक बांध ध्वस्त कर दिया था। इस पर सरकार वर्ष 2014 में डैम बनाकर पानी के बहाव को रोकने के लिए फाटक बना रही थी, जिसका बांध ध्वस्त हो गया।
हालांकि, ग्रामीण सह समाजसेवी अजय शर्मा, प्रफुल्ल सिंह उर्फ दीपू सिंह ने बताया कि बागमती नदी की मुख्यधारा अगर उपधाराओं से मिल गई तो नदी के किनारे बसे शिवहर और जिले के कुछ गांव को तबाह कर सकती है। पानी बँट जाने से पताही प्रखंड क्षेत्र के लोगों का खतरा कम होगा।
वहीं दूसरी ओर से नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से उफनाई बागमती और लालबकेया नदी का जलस्तर रविवार को स्थिर रहा। प्रखंड क्षेत्र के जिहुली, शिवहर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क जमनीटोला, गुजरौल, तिनहिया ,नारायणपुर ,गोनाही, गांव के कुछ हिस्सों का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया है।
स्थानीय मुखिया अजेय सिंह, देवापुर के मुखिया वेदानंद झा, मुखिया राजू सिंह, ने कहा कि बागमती और लालबकेया नदी के जलस्तर पर भरोसा नहीं किया जा सकता हैं, हल्की बारिश होते ही यह अपना रौद्र रूप धारण कर सकती है।