न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
राधाकृष्णन भवन में डीएम एस के अशोक की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारी की विस्तृत समीक्षा बैठक हुई। इस क्रम में तकनीकी विभागों से संबंधित सभी अभियंता को निर्माण कार्य, तटबंध संधारण कार्य आदि में अधिकाधिक प्रवासी श्रमिको को संलग्न करने हेतु आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।
समीक्षा क्रम में आपदा प्रबंधन द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार निर्धारित कार्य अंचल वार उपलब्ध सरकारी नावों का भौतिक सत्यापन एवं आवश्यतानुसार संधारण कार्य, राहत एवं बचाव दल के गठन की दिशा में यथोचित कारवाई का निर्देश दिया गया है। सभी संबंधित अंचलाधिकारी को स्थानीय स्तर पर निजी नाव संचालकों से निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार इकरारनामा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बाढ़ की स्थिति में पर्याप्त संख्या में नावों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। कार्यपालक अभियंता,पीएचईडी को चिन्हित स्थलों पर संस्थापित चापाकल के संधारण एवं चापाकल के संस्थापन हेतु कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान तटबंधों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई एवं संधारण कार्य में और तेजी लाने पर जोर दिया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को तटबंधों के नियमित निरीक्षण एवं संधारण हेतु किए जा रहे कार्यों के पर्यवेक्षण का निर्देश दिया गया।
बाढ़ की स्थिति में आम नागरिकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से बाढ़ प्रबन अंचलों में समेकित रूप से लगभग साढ़े तीन सौ स्थल, शरण स्थली के रूप में चिन्हित किए गए हैं उसके भौतिक सत्यापन का निर्देश दिया गया। कोविद :19 के कारण जिले के विभिन्न संग रोधी केंद्रो में आवासित व्यक्तियों को कौशल के अनुसार जिला प्रशासन रोजगार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मनरेगा के माध्यम से लगभग पंद्रह हजार व्यक्तियों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। मौके पर सहायक समाहर्ता समीर सौरभ, डीडीसी अखिलेश कुमार सिंह, अपर समाहर्ता शशि शेखर चौधरी, आपदा के अपर समाहर्ता अनिल कुमार सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी भी उपस्थित थे।