न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
तुरकौलिया प्रखंड में प्रवासी मजदूरों के साथ डीएम व एसपी ने आइसोलेशन सेंटर पर खाना खाया। खाना खाकर व्यवस्था का जयजा लिया। डीएम ने कहा, बेहतर व्यवस्था है। प्रवासी मजदूरों ने भी डीएम से कहा, आवासन व खाना की अच्छी व्यवस्था है।
तुरकौलिया के जयसिंहपुर उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में बनाये गए आइसोलेशन सेंटर पर एक घण्टे तक बारीकी से डीएम व एसपी ने मुआयना किया। इस दौरान डीएम के साथ एसपी नवीनचंद्र झा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
क्वारन्टाइन सेंटर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव
केसरिया प्रखंड में प्रवासी मजदूरों के लिये चार क्वारन्टाइन सेंटर बनाये गये हैं। जिसमें केसरिया उच्च विद्यालय,मिडिल स्कूल केसरिया, आर्य कन्या प्रोजेक्ट स्कूल व बच्चा प्रसाद सिंह कॉलेज शामिल है। जिसमें से दो क्वारन्टाइन सेंटर फिलहाल चालू है। इन दो सेंटरों पर कुल 62 लोग रह रहे हैं।
इन क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे लोगों की चिकित्सीय सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि दूसरे प्रदेशों से आये लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों द्वारा होम क्वारंटाइन लिखा जा रहा है। सीओ रंजन कुमार ने बताया कि क्वारन्टाइन सेंटर में रह रहे लोगों को नाश्ता भोजन के अलावा दैनिक उपयोग की वस्तुएं दी जा रहीं हैं। सीओ ने बताया कि सरकार का पत्र है कि प्रवासी मजदूरों को होम क्वारंटाइन भी रखा जा सकता है।
मजदूरों के लिए महज दो शौचालय
रक्सौल प्रखण्ड में चार क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है। इस आइसोलेशन केंद्रों पर 119 प्रवासी मजदूर क्वारंटीन किये गए हैं। स्वस्थ व मेडिकल प्रमाण पत्र प्राप्त 29 प्रवासी मजदूरों को छोड़ दिया गया है।
प्रखण्ड मुख्यालय स्थित मिड्लि स्कूल(बालक) व बंशीधर हाई स्कूल व नकरदेई मिड्ल स्कूल में क्रमश: सौ,उन्नीस व चार मजदूर क्वारंटीन है, जबकि नए चार मजदूरों को नकरदेई मिड्ल स्कूल में क्वारंटीन हैं। दिल्ली से चार मजदूर अपनी बाइक से गुरुवार को पहुंचे । ये चारों एक मई को दिल्ली से चले। श्यामपुर स्थित मिड्ल स्कूल में क्वारंटीन मजदूरों का आरोप है कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण भोजन नही मिल रहा है। महज दो शौचालय में ही बारी-बारी शौच करने को विवश हो रहे हैं। केंद्र पर इन मजदूरों से फिजिकल डिस्टेंसिंग को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
शौचालय जाम, बाहर शौच को जाते प्रवासी
विभिन्न राज्यों से राजेपुर प्रखंड थाना क्षेत्र के सलेमपुर मध्य विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी मजदूरों को बर्तन, बाल्टी, साबुन, थाली, बिछावन नहीं मिला है।
प्रवासियों ने बताया कि विद्यालय का शौचालय गंदा होने व जाम होने के कारण शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। घर से बिछावन लाकर सोते हैं। पत्ता पर खाना खिलाया जाता है।
वहीं मेहसी प्रखंड प्रशासन ने सिर्फ क्वारंटाइन सेंटर खोल दिया है लेकिन सुविधा नहीं दी जा रही है। खाने में सिर्फ दो टाइम भात, दाल, आलू की सब्जी दी जाती है। सीओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जानकी साह हाईस्कूल तेतरिया, मधुआहावृत मध्य विद्यालय, धौबौलिया, लहलादपुर में कुल 254 प्रवासी पहुंच चुके हैं। सभी प्रवासी मजदूरों की प्रतिदिन स्वास्थ्य की जांच मेडिकल टीम द्वारा करायी जाती है।
दादी की मौत पर भी घर नहीं गया क्वारंटाइन युवक
मोतिहारी प्रखंड नगर क्षेत्र के आदर्श क्वारंटाइन सेन्टर एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र में रहने वाला एक युवक ने अपने दादी की मौत पर भी घर नहीं जाकर सरकारी नियम का पालन करने का एक मिसाल कायम की।
हालांकि प्रशासन ने युवक के लिए फलाहार उपलब्ध करा दिया। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय आदर्श क्वारंटाइन सेंटर में अरेराज अनुमंडल के नगदहा गांव का संतोष गिरि विगत एक सप्ताह से रह रहा है। जिसके दादी की मौत शुक्रवार की अहले सुबह हो गयी। फिर भी वह इसकी जानकारी किसी को नहीं दिया। इसकी जानकारी क्वारंटाइन सेन्टर के लोगों व अधिकारियों को उस समय हुई। जब क्वारंटाइन लोगों को भोजन कराया जाने लगा। उस युवक ने खाना खाने से इनकार करने के साथ ही दादी की मृत्यु होने व फल उपलब्ध कराने की बात कही। जिसको लेकर सीओ वकील सिंह ने युवक के लिए फल उपलब्ध कराया। फलाहार करने का बाद उक्त युवक ने परियोजना पाठशाला का भी लाभ लिया।
मधुबन से पैदल फेनहारा ब्लॉक पहुंचे प्रवासी
फेनहारा प्रखंड में अन्य प्रदेशों से छात्रों व प्रवासी मजदूरों के पहंुचने का क्रम जारी है। प्रखंड में कुल चार क्वरंटाइन सेंटर बनाये गए हैं। फेनहारा मध्य विद्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर पर कुल 67 प्रवासी मजदूरों को 21 दिनों के लिए क्वारन्टीन किया गया है।
क्वारंटाइन सेंटर पर उपस्थित बीआरपी सह केंद्र प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र पर कुल दस शौचालय व चार हैंड पम्प , पर्याप्त रोशनी व बिछावन की समुचित व्यवस्था है। सीओ बिजेन्द्र कुमार सिंह व बीएओ एमके सिंह ने बताया कि केंद्र में दो छात्र समेत कुल 67 व्यक्तियों का निबंधन हुआ है।उक्त प्रवासियों को सरकारी दिशा निर्देश के अनुसार सुबह नास्ता व चाय और दोपहर व रात्रि भोजन के साथ रहने के लिए आवश्यक उपयोग की वस्तुएं उपलब्ध कराए जा रहे हैं।इधर केंद्र पर मुम्बई से पहुंचे प्रवासी मो शाह आलम, मो. गफ्फार अंसारी, गुजरात से पहुंचे मो. सेराज ने बताया कि उनलोगों को मधुबन में ही छोड़ दिया गया। वे लोग अपने सामान के साथ थके हारे फेनहारा केंद्र पैदल ही आये हैं। इस बाबत बीडीओ उमेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रवासियों को केंद्र तक छोड़ने का प्रावधान है। छोड़ने के कारण परेशानी हो रही है। क्वारन्टीन किये गए प्रवासियों ने भोजन पेयजल आदि सुबिधा को संतोष प्रद बताते हुए कहा कि वे शीघ्र अपने परिजनों के यहाँ जाने को आतुर है। उन्होंने बताया किउनकी स्क्रीनिंग सुबह शाम की जा रही है, किंतु केंद्र पर हमेशा चिकित्सक नही रहते है। केंद पर आशा वर्कर रह रही है। बीडीओ उमेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रवासियों की संख्या बढ़ने की स्थिति में क्वारन्टीन सेंटर बढ़ाया जाएगा।
नवोदय विद्यालय में ठहरे हुए प्रवासी मजदूरों को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की जानकारी दी गई
पिपरा कोठी नवोदय विद्यालय में ठहरे हुए प्रवासी मजदूरों को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की जानकारी दी गई, कुल 65 लोगों में से 10 लोगों के घर शौचालय नहीं होने की बात स्वीकार की गई. क्रोंटाईन होने के बाद घर जाकर उन्होंने शौचालय निर्माण करने का संकल्प लिया है। दो गड्ढे वाला व्यक्तिगत शौचालय निर्माण एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण के संबंध में उन्हें जानकारी दी गई इसमें दो राजमिस्त्री भी उपलब्ध थे।