न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नई दिल्ली :
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लद्दाख में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर आईटीबीपी के जवानों ने योग और प्राणायाम किया. लद्दाख में बर्फ से ढकी सफेद जमीन पर आईटीबीपी जवानों के एक दल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग अभ्यास किया. लद्दाख में जिस जगह पर इन जवानों ने योग किया वहां तापमान जीरो डिग्री से नीचे है. बर्फ की सफेद चादर पर जवानों का योग अभ्यास बेहद मनोरम दृश्य प्रस्तुत कर रहा था.
बता दें कि हाल ही में लद्दाख में ही भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई है. लद्दाख में ही भारत की चीन की सीमा लगी है. इस सीमा की निगरानी आईटीबीपी के जवान करते हैं.
आज योग दिवस के मौके पर बर्फ की सफेद चादर के बीच काला चश्मा लगाए आईटीबीपी के जवानों ने लद्दाख में योग किया. सिक्किम में भी आईटीबीपी के जवानों ने योग और प्राणायाम का अभ्यास किया. तस्वीरों में लद्दाख के मुकाबले सिक्किम में अपेक्षाकृत कम बर्फ दिख रही है. लेकिन यहां का दृश्य बेहद सुंदर नजर आ रहा है. नीले आसमान और बादलों के समागम के नीचे आईटीबीपी के जवानों ने योग किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश और दुनिया को धैर्य और कर्म का संदेश दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग का साधक संकट में कभी धैर्य नहीं खोता है. उन्होंने कहा कि योग का अर्थ ही है- समत्वम् योग उच्यते. यानी अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है. गीता में भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है- ‘योगः कर्मसु कौशलम्’अर्थात्, कर्म की कुशलता ही योग है.