न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच दिल का दहला देने वाली एक तस्वीर सामने आई है. यह तस्वीर पटना स्थित एम्स की बताई जा रही है, जिसमें कोरोना के मरीजों को अस्पताल में जगह नहीं मिलती है, जिसके बाद देर रात एक साथ तीन मरीज पीपीई किट में ही अस्पताल के बाहर फर्श पर लेटे दिख रहे हैं. इस वीडियो को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया में शेयर किया है. तेजस्वी ने लिखा, ‘पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है. सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है. बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है. आने वाले दिनों में स्थिति बेक़ाबू होने वाली है. सरकार जांच नहीं कर रही, कर रही है तो आंकड़े छुपा रही है. बिहार को अब भगवान बचाए…’
हालांकि, न्यूज टुडे टीम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा है, पर तस्वीरें सिस्टम पर सवाल जरूर उठा रही है. एम्स के बाहर लेटने वाले मरीजों में एक मरीज गृह विभाग के रिटायर्ड अवर सचिव भी थे, जिन्हें भर्ती नहीं लिया गया और परिजन अस्पताल का चक्कर काटते रहे. लगातार ऑक्सीजन घटता देख परिजनों ने काफी गुहार भी की लेकिन भर्ती नहीं लिया गया. मालूम हो कि पटना एम्स में 300 से आइसोलेशन बेड बढ़ाकर 400 कर दिया गया है. आधे से ज्यादा बेड पर वीवीआईपी मरीजों का ही इलाज चल रहा है.
गृह विभाग के अंडर सेक्रेटरी की कोरोना से मौत
गृह विभाग के अवर सचिव उमेश रजक की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई है. पटना एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली. बता दें कि इलाज के लिए उन्हें 24 घंटे तक अस्पताल के बाहर फर्श पर उन्हें इंतजार करना पड़ा था. जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो उन्हें भर्ती लिया गया था. जाहिर है उनका समय पर इलाज नहीं हो पाया और उनकी मौत हो गई.
बता दें कि एक दिन पहले ही बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इसमें उन्होंने लिखा था, पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है. सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है. बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है. आने वाले दिनों में स्थिति बेक़ाबू होने वाली है. सरकार जांच नहीं कर रही, कर रही है तो आंकड़े छुपा रही है. बिहार को अब भगवान बचाए.